pcod पीसीओडी का प्राकृतिक रूप से इलाज कैसे करें?how to cure pcod naturally.

PCOS (polycystic ovary syndrome )आजकल हर पाँच में से दो महिलाएँ इस समस्या से पीड़ित हैं। आधुनिक जीवनशैली और अनुचित खानपान इसके प्रमुख कारण है ।इस बीमारी में हार्मोनल असंतुलन के कारण महिलाओं के अंडाशय में कई छोटी छोटी गाठें (cyst )जाती हैं ।इसलिए इन्हें पॉली सिस्टिक syndrome भी कहा जाता है इसमें मासिक धर्म समय पर न होना , वज़न का अत्यधिक बढ़ जाना ,अनचाहे बालों का ग्रोथ होना ,फेशियल हेयर आना, चेहरे पर दाग़ धब्बे हो जाना, बालों का झड़ना आदि कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है ।इस बीमारी का सीधा असर महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर पड़ता है ।अगर अपने जीवन शैली में थोड़ा सा भी बदलाव करेंगे तो प्राकृतिक रूप से इस बीमारी को क़ाबू में किया जा सकता है ।

PCOD को अगर जड़ से ख़त्म करना है तो इन बातों का रखें ध्यान

1. आहार में protein का रखें ध्यान –

प्रोटीन रिच डाइट लेनी चाहिए जैसे पालक ,बींस, पनीर आदि अपने भोजन में शामिल कीजिए । कार्बोहाइड्रेट और फैट को अत्यंत कम कर देना है । हरी सब्जी, फ्रूट्स आदि को अपने आहार में शामिल करना है ।प्रोसेस आइटम जैसे चिप्स ,सॉफ्ट ड्रिंक का प्रयोग नहीं करना है ।गेहूँ की बजाय अगर ज्वार ,बाजरा का प्रयोग करेंगे तो काफ़ी फ़ायदेमंद होता है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता ।जिससे ये पदार्थ बहुत कम शर्करा रिलीज करते हैं ।नाश्ते में स्प्राउट्स दाल , चीले आदि प्रयोग कर सकते हैं ।ड्राई फ़्रूट प्रयोग कर सकते हैं क्योंकि इनमें मैग्नीशियम और zinc प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इस तरह से डाइट का ध्यान रखेंगे तो PCOD को जड़ से ख़त्म किया जा सकता है।

2. चीनी ,गुड को करें बाई-

PCOD में महिलाओं को इंसुलिन प्रतिरोध की समस्या हो जाती है। चीनी गुड आदि रक्त में शर्करा के स्तर को बढ़ा देते हैं जिससे इंसुलिन प्रतिरोध बड़ जाता है जिससे हार्मोनल असंतुलन होने से पीसीओएस की समस्या और बढ़ जाती है ।गुड प्राकृतिक होने के बावजूद चीनी के समान ही कार्य करता है, चीनी गुड़ दोनों में कैलोरी भरपूर मात्रा में होती है जिससे वज़न बड़ने लगता है ।वज़न को कम करने से ही PCOD की समस्या का निवारण होता है ।अतः जितना कम हो सके चीनी मिठाई आदि का सेवन कम करना चाहिए ।चीनी के स्थान पर प्राकृतिक रूप से मिलने वाला खजूर या फिर ड्राइफ्रूट्स आदि का इस्तेमाल करें ।

3. ग्रीन टी का करें इस्तेमाल-

चाय, कॉफ़ी में कैफीन की मात्रा अत्यधिक होती है जो कोर्टिसोल हारमोन को हमारे शरीर में बढ़ा देती है ।जिसकी वजह से pcod की समस्या और बढ़ जाती है अत्यधिक कैफीन का सेवन हार्मोनल असंतुलन और तनाव को बढ़ा देता है इसलिए चाय कॉफी के बजाय ग्रीन टी का सेवन करें । ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है और वज़न घटाने में भी सहायक होता है ।

4. पर्याप्त मात्रा में पानी पियें-

पानी हमारे शरीर के सारे टॉक्सिक एलिमेंट्स को बाहर निकाल देता है ।अत : जितना दिन में हो सके अधिक से अधिक पानी पियें ।कम से कम हर किसी को 7 से 8 ग्लास पानी पीना चाहिए ।पानी पीने से हमारी त्वचा भी हाइड्रेट रहती है और शरीर के हानिकारक तत्व भी शरीर से बाहर निकल जाते हैं।

5. रोज़ 30 से 40 मिनट एक्सरसाइज करे –

PCOD में वज़न को कम करना बहुत ज़रूरी है ।वज़न कम करने से PCOD की समस्या को क़ाबू में किया जा सकता है ।अगर थोड़ा सा भी वज़न कम करते हैं तो पीसीओडी की समस्या का निवारण हो सकता है इसलिए अपनी दिनचर्या में एक्सरसाइज ज़रूर रखना है चाहे वो jogging हो ,आधे घंटे की योगा ,मेडिटेशन को भी आप शामिल कर सकते हैं ।एक्सरसाइज हमेशा खुली जगह पे करनी चाहिए बंद कमरे के बजाय बाहर योगा या व्यायाम करें ।

6. रोजाना सुबह की धूप ले-

vitamin D pcod को हटाने में मदद करता है । अतः रोज़ाना सुबह की धूप ले 10-15 minute तक धूप में रहे ।सुबह की धूप में प्राकृतिक रूप से vitamin D होता है जोकि PCOD को हटाने में मदद करता है।

7. सप्ताह में एक दिन उपवास रखें-

रात को जल्दी भोजन करें और हो सके तो 16 घंटे का intermittent fast करें ।अगर सोलह घंटे आप नहीं कर पाते हैं तो सप्ताह में एक दिन उपवास रख सकते हैं अगर उपवास रखने में भी आपको दिक़्क़त है तो एक दिन ऐसा सप्ताह में रखें जिस दिन फलाहार करें ।क्योंकि शरीर को भी शरीर के हानिकारक तत्व निकालने के लिए सफ़ाई करने के लिए शरीर में स्पेस चाहिए रहता है। उपवास रखने से शरीर की जो भी टॉक्सिक एलिमेंट शरीर के अंदर हैं,बाहर निकल जाते हैं ।इसलिए शरीर स्वस्थ बना रहता है ऐसा करने से वज़न भी नियंत्रण में रहता है जिससे PCOD की समस्या भी समाप्त हो जाती है।

8. अपने biological Clock को फॉलो करे-

सोने और उठने की दिनचर्या सही रखनी चाहिए। सही समय पर सोए। रात को 10 से 11बजे के बीच सो जाना चाहिए और सुबह 6 से 7 बजे के बीच उठ जाना चाहिए ।अक्सर देखा गया है जो इस दिनचर्या को फॉलो करते हैं उनके शरीर में हार्मोनल असंतुलन नहीं होता है जिससे उनकी जीवनशैली सही रहती है और PCOD का ख़तरा नहीं रहता है।

अगर इस तरह की जीवनशैली को अपनाया जाएं और खानपान में ध्यान दिया जाए, तो प्राकृतिक रूप से PCOD को बिना दवाईयों के ठीक किया जा सकता है।

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